Sunday, May 2, 2010

hi friends..this is nikhil trivedi...

chalo milkar kuch batain share karte hai..i like writing poem..n also collecting them..my fvrt..shayar is.."munwwar rana & baseer badra sahab.." and in new generation one iso-2006 certified person "dr.kumar vishvas.."
so if u have any information rgarding to those person shere with me..

कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है

मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है,

मैं तुझसे दूर कैसा हुँ तू मुझसे दूर कैसी है

ये मेरा दिल समझता है या तेरा दिल समझता है !!!


मुहब्बत एक एहसानों की पावन सी कहानी है

कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है,

यहाँ सब लोग कहते है मेरी आँखों में आसूँ हैं

जो तू समझे तो मोती है जो न समझे तो पानी है !!!



भ्रमर कोई कुमुदनी पर मचल बैठा तो हँगामा

हमारे दिल में कोई ख्वाब पला बैठा तो हँगामा,

अभी तक डूब कर सुनते थे हम किस्सा मुहब्बत का

मैं किस्से को हक़ीक़त में बदल बैठा तो हँगामा !!!

1 comment:

  1. निखिल जी नमस्कार या डॉ0 अशोक चक्रधर जी की तर्ज़ पर कहें तो लवस्कार। आपने बहुत अच्छा संग्रह किया है। इतने महान शायरों व कवियों की रचनाएँ एक साथ पढ़ने को मिल जाएँ तो क्या बात है। और डॉ0 कुमार विश्वास का तो मैं भी दीवाना हूँ। वे सचमुच आज की पीढ़ी के शीर्षस्थ कवियों में से एक हैं। अपना लेखन एवं संकलन जारी रखें। शुभकामनाओं सहित-

    आभारी
    सुशील जोशी

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